हम तो तिनके चुन रहे थे आसियान बनाने के लिए
आप से किसने कहा बिजली गिराने के लिए
इश्क को दर्द ए सर कहने वालो सुनो
हमने दर्द अपने सर ले लिया
अब कहाँ जाएंगे वो
हमने उनके मुहल्ले में घर ले लिया
जब आए वो कबर पे मेरी
तो कहा अच्छा हुआ चलो किसी बेघर ने घर ले लिआ
इधर जिंदगी का जनाजा उठेगा
उधर जिंदगी उनकी दुल्हन बनेगी
इधर मेरे अरमां कफ़न पहनेंगे
उधर उनके हांथो में मेहँदी लगेगी
इधर मेरे सीने पे खंजर चलेगा
उधर उनके माथे पे बिंदीआ सजेगी
कफ़न होगा यारो उन्ही का दुप्पटा
बड़ी धूम से मेरी मईयत उठेगी,
बड़ी धूम से मेरी मईयत उठेगी।
With Love & Regards From:
Abhinav Anurag.
Courtesy: Attaula Khan.
आप से किसने कहा बिजली गिराने के लिए
इश्क को दर्द ए सर कहने वालो सुनो
हमने दर्द अपने सर ले लिया
अब कहाँ जाएंगे वो
हमने उनके मुहल्ले में घर ले लिया
जब आए वो कबर पे मेरी
तो कहा अच्छा हुआ चलो किसी बेघर ने घर ले लिआ
इधर जिंदगी का जनाजा उठेगा
उधर जिंदगी उनकी दुल्हन बनेगी
इधर मेरे अरमां कफ़न पहनेंगे
उधर उनके हांथो में मेहँदी लगेगी
इधर मेरे सीने पे खंजर चलेगा
उधर उनके माथे पे बिंदीआ सजेगी
कफ़न होगा यारो उन्ही का दुप्पटा
बड़ी धूम से मेरी मईयत उठेगी,
बड़ी धूम से मेरी मईयत उठेगी।
With Love & Regards From:
Abhinav Anurag.
Courtesy: Attaula Khan.
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